White इंसान सबसे अधिक पीड़ा तब महसूस करता है, जब अपने ही लोग उसके खिलाफ खड़े हो जाएं और अन्याय करने लगें। ऐसे समय में उन अपनों के खिलाफ लड़ना सबसे कठिन हो जाता है। अर्जुन यह लड़ाई इसलिए लड़ सका, क्योंकि उसे मार्गदर्शन देने वाले और युद्ध के लिए तैयार करने वाले स्वयं भगवान श्रीकृष्ण थे। लेकिन आम जीवन में ऐसा संबल और मार्गदर्शक नहीं होता। जब अपनों के खिलाफ खड़ा होना पड़ता है, तो इंसान भीतर से पहले ही टूट जाता है। मानसिक हार उसे इतना कमजोर कर देती है कि लड़ाई लड़ने की ताकत ही खत्म हो जाती है। ऐसे में जीत की उम्मीद तो बहुत दूर की बात बन जाती है। ©Pyare ji #Sad_Status katha (कथा )