"Read in caption " ©chandni आज जब गृहप्रवेश के बाद ससुराल के फोन की घंटी बाजी ...मैं उस घंटी की आवाज के तरफ दौरी...मेरे दिल ने बताया मुझे, तेरी माँ बहुत याद कर रहीं ...यहाँ के कमरों से अंजन थी मैं, पर माँ तेरी दिल के आवाज मुझे फोन तक खींच के लाई ...आँखों मे आँसू और होंठो पर मुस्कराहट लिए बोल दी ..सब अच्छा है माँ ...बस तेरी कमी है ...ये लोग भी अच्छे हैं और तेरे दामाद भी.. मैं खुश हू ...तू फ़िक्र ना करना.. .अपनी पाओ के दर्द का दावा समय से लेना ..और दादी के bp का दावा वक़्त से देना....पापा को हर सुबह ग्रीन tea 🍵 ही देना और भाई बहनों को मेरी तरफ से ढेर सारा प्यार देना ...अब फोन रखती हू माँ मुझे सभी बुला रहे हैं ..फोन रखते ही ....एक आह भरे नैनो से आंसू की धारा बह गई ...मैंने खुद को सम्भाला ...और होंठो पर मुस्कराहट फैलाए सब के सामने गई .जैसे मैं बहुत खुश हू ....ल़डकियों का दर्द आपार होता है ...पर उसे समझाने वाला दिलदार होता हैं ...🔥🔥❤️