तुम आओगे मुझसे मिलने,आस लगाए बैठे हैं। भाव पुष्प से सारी गलियां,ख़ास सजाए बैठे हैं।। सुध होगी मेरी भी तुमको,देखोगे एक बार मुझे, दिल के कोने कोने को ,विश्वास दिलाए बैठे हैं।। हमदम ताक रहे हैं रास्ता, व्याकुल नैन हमारे, नेह की बाती हृदय दीप हम,पास जलाए बैठे हैं।। कब तक तरसाओगे हमको, कुछ बोलो ना प्रीतम, देखो तेरी प्रीत में पागल,सब बिसराए बैठे हैं।। बीत रहा है प्यार का मौसम, कली कली मुरझाए, साजन आ भी जाओ ना,प्यास लगाए बैठे हैं।। ©Chanchal Hriday Pathak #Diary_Se_Shayari #प्रेम_रचना #प्रेम_गीत