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White एक दर्द है जो नस नस में बसता है ताउम्र मुझ

White एक दर्द है जो 
नस नस में बसता है
ताउम्र मुझ में ही यह रहता है
सांसें यूँ तो चलती रहती हैं 
काया प्रतिपल ढहती है
तेरी बेरूखी का 
फर्क अब भी पड़ता है मुझ पर 
तुम्हें भूल जाऊँ या मुसलसल
वफ़ा करूं तुमसे 
जिन्दगी इसी कशमकश में रहती है

©हिमांशु Kulshreshtha
  एक दर्द..

एक दर्द.. #शायरी

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