मेरी आत्मा वफादार है ********************* मैं लिखने चला था अपनी जिंदगानी, मोहब्बत भरी जवानी,पर अल्फाज ही बदल गए । जो निकल रही थी दिल से आवाज , वह आवाज ही बदल गए । मेरे किस्मत के किस्से हजार हैं , खुशी और गम भरा मेरा पूरा संसार है । मेरे कदमों तले कभी फूल कभी कांटे , कभी डूबता पतवार है । नाराज तनिक भी नहीं बदलते वक्त से , मुस्कुराता हूं मैं संसार को देख कर , क्यों की मेरी आत्मा वफादार है । तकदीर भी बदल जाती है रूठ कर वक्त से , जितना भी मिल रहा प्यार मुझे ईश्वर से, दिल से सब सरोकार है। धीमे धीमे नहीं रफ्तार से चलना है मेरी आदत , हर सन्नाटे से करता हूं मैं बगावत । मैं सीखने चला था गैरों की नादानी , मैं लिखने चला था अपनी जिंदगानी , मोहब्बत भरी जवानी,परअल्फाज़ ही बदल गए ।। """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" प्रमोद मालाकार की कलम से """"""""""""""""""""""""""""" ©pramod malakar #मेरी आत्मा वफादार है