Nojoto: Largest Storytelling Platform

वक्त का सफ़र को, आज तक कोई भी नहीं जान पाय

वक्त  का  सफ़र  को, आज  तक  कोई  भी  नहीं जान  पाया है,
अधिकांशतः वक्त  गुजरने के बाद ही, वक्त को  समझ  पाया है।

वक्त  नहीं है  किसी के  पास, आज हर  व्यक्ति  इतना  व्यस्त है,
कोई जिम्मेदारियाँ  निभा रहा, तो कोई  अपने आप में   मस्त हैं।

जो वक्त के पाबंद हैं, वो मजबूर हैं वक्त के साथ चलने के लिए, 
वक्त  सबको  एक मौका  देता है, अपना वक्त  बदलने  के लिए।

वक्त की पाबंदियों में हम सभी, अपने वक्त के गुलाम  हो रहे हैं,
वक्त के  आभाव में  अपनों को भूलकर, अपने वजूद खो रहे हैं। प्रतियोगिता. 4
विषय _  वक्त का सफर
पंक्तियांँ _ 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें

🌈 कोलैब करने के पश्चात कमेंट में Done लिखें ।

 🌈समयावधि_
3 नवंबर रात 12:00 बजे तक
वक्त  का  सफ़र  को, आज  तक  कोई  भी  नहीं जान  पाया है,
अधिकांशतः वक्त  गुजरने के बाद ही, वक्त को  समझ  पाया है।

वक्त  नहीं है  किसी के  पास, आज हर  व्यक्ति  इतना  व्यस्त है,
कोई जिम्मेदारियाँ  निभा रहा, तो कोई  अपने आप में   मस्त हैं।

जो वक्त के पाबंद हैं, वो मजबूर हैं वक्त के साथ चलने के लिए, 
वक्त  सबको  एक मौका  देता है, अपना वक्त  बदलने  के लिए।

वक्त की पाबंदियों में हम सभी, अपने वक्त के गुलाम  हो रहे हैं,
वक्त के  आभाव में  अपनों को भूलकर, अपने वजूद खो रहे हैं। प्रतियोगिता. 4
विषय _  वक्त का सफर
पंक्तियांँ _ 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें

🌈 कोलैब करने के पश्चात कमेंट में Done लिखें ।

 🌈समयावधि_
3 नवंबर रात 12:00 बजे तक