Nojoto: Largest Storytelling Platform

थोड़ा वो कम सुनता था थोड़ा मै भी धीमे बोलता था हो स

थोड़ा वो कम सुनता था
थोड़ा मै भी  धीमे बोलता था
हो सकता है  जो कुछ मैंने बोला.
उसने  सुना ही न हो

अब मूझे अपना ये आईंना भी हम
शक्ल सा लगने लगा है
वो तब और भी  अपना लगता है
ज़ब मेरी हर हा  क़ो वो भी हा
कहता हो

©Parasram Arora
  आइना

आइना #कविता

186 Views