रंग रूप पर जो मरता हो, ऐसा तो मैं संगदिल नहीं सीरत इतनी निश्छल तेरी, शायद मैं ही काबिल नहीं। जो तू मुझसे बात करे तो कुछ अपने जी की कह पाऊं तेरी गहरी आंखों से डरता हूं, कहीं डूबूं और न उतराऊं! 🌝प्रतियोगिता-35 🌝 🌷"सांवली सूरत"🌹 #क़लम_ए_हयात #सांवली_सूरत #yqdidi #yqbaba #yqpoetry #yqhindi #jayakikalamse #YourQuoteAndMine Collaborating with क़लम-ए-हयात