तुम फूलों के राजा गुलाब कहलाते हो, काँटों के बीच रहकर भी मुस्कुराते हो, ख़ुद महक कर दुनिया को महकाते हो, सुख-दुख में सबको जीना सिखाते हो। लाल, पीले, सफेद, गुलाबी दिखते हो, कभी कोट तो कभी बालों में सजते हो, कभी मंदिर, कभी मज़ारों पर चढ़ते हो, कभी सेहरा तो कभी शवों पर सजते हो। तुम दुःख में भी धीरज रखना सिखाते हो, कोई मसल दे फिर भी सुगन्ध फैलाते हो, प्रेम करने वालों का संदेश कहलाते हो, हर हाल में हमें ख़ुश रहना सिखलाते हो। "स्नेहिल सुप्रभात सभी को...💐❤️💐" आप सभी के शुभ दिवस की शुभ कामना 🌺🙏 "प्रकृति द्वारा रचित प्रत्येक चीज अनूठी है....कुछ बेहद ही अनूठी हैं..जो शायद अपना एक अलग ही स्थान रखती हैं, हर दिल अज़ीज होती हैं । गुलाब भी उनमें से एक है......जो अपनी सुगंध के साथ साथ अपनी आकृति, अपनी विभिन्नताओं से और भी अधिक मनमोहक हो जाता है ।। आज आपको उसी महकते गुलाब पर Collab करना है....उसकी सुंदरता में अपने प्यारे से शब्दों से चार चाँद लगाने हैं ।। विशेष-: 1) रचना व्यक्तिगत होनी चाहिए।