मिट ही जायेंगी मेरी भी हसरते धीरे धीरे आएगी मुझे भी अजल धीरे धीरे। यकीनन खफा भी हो जाओगे इक दिन रोएगी मेरी भी वफा धीरे धीरे टूटेगा नशेमन मेरा भी यू ऐसे नक्शे -हैरत टूटेगा मेरा धीरे धीरे। रह ए हयात में मुकरर्र नहीं तू।।। ज़ेर ए आसमाँ गूंजेंगी सदा धीरे धीरे हिज्र में वो मेरी सरगोशी शबे -फुरकत ढ़ूढेंगी तूझे ये निगाह धीरे धीरे सिलसिल ए अश्क में डूब जाएँगे अपने रहीने दर्द ये कल्ब भूलेगा धीरे धीरे ऐ गाफ़िल मैं गाफ़िल हो जाऊँ अब तुझसे बज्में दिल तुझसे होगा जुदा धीरे धीरे ये रौकने हयात तुझे ही हो मुबारक कैदे हस्ती से पाएँगे नजा़त धीरे धीरे जिक्र तीरा बख्तों में तसुव्वर भी तुम थे गैब तोड़ेगी मेरा नशा धीरे धीरे बरमही से तेरे नालाँ भी नहीं हूँ।।। उजड़ने को है आशियाँ धीरे धीरे।।।।। #NojotoQuote Sai Chand love miss you life is all about learning how to survive