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नदी ______ मै कभी नहीं थकता ना ही रुकता। अपने धुन

नदी
______
मै कभी नहीं थकता ना ही रुकता।
अपने धुन में चलते जाता।

निरंतर बहता रहता हूं मै।
अवसादों को अपने साथ लेकर चलता हूं मै।

सबकी प्यास बुझाई मैंने,किसी का भेद नहीं किया मैंने।
इस दुनिया ने दूषित किया मुझे,फिर भी सबकी प्यास बुझाई मैंने।

मै ना रहूं तो पड़ जाता है अकाल।
एक दिन ना मिलू तो लोग हो जाते है बेहाल।

किसी के डूब जाने पर कोसते हैं लोग मुझे, पत्थर मारते है मुझे।
मुझे गंदा किया, कचरा फेका, अपशिष्ट पदार्थों को बहाया।
   
-✍️निर्मल कुमार गुप्ता

©Nirmal Gupta
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