उसके दीदार के चाहत में पलके बिछाए बैठी हूं... दर्द बहुत है इस दिल में मगर छुपाए बैठी हूं.... जो कर रहा है रोशन औरों के महफिलों को.... उसके लिए यह दिल की नगरी सजाए बैठी हूं... @pushpa सजाए बैठी हूं..by. pushpa...