उतना ही मिला करो लोगों से जितना वह आपसे मिलना चाहते हैं ।। हद से ज्यादा मिलोगे तो टूट कर रह जाओगे।। सिवा गम के और कुछ ना पाओगे।। खो दोगे तुम खुद को सिवा इसके और कुछ ना तुम पाओगे, बेहतर है, मिलो उतना जितना वह तुमसे मिलने आएंगे।। वरना तुम टूट कर रह जाओगे और दूसरे हंसी खुशी जिंदगी बिताएंगे और तुम आंसू बहाते रह जाओगे।। मिलो उतना जितना वह तुमसे मिलने आएंगे।। ©@Bhardwaj #उतना ही मिला करो लोगों से जितना वह आपसे मिलना चाहते हैं ।। हद से ज्यादा मिलोगे तो टूट कर रह जाओगे।। सिवा गम के और कुछ ना पाओगे।। खो दोगे तुम खुद को सिवा इसके और कुछ ना तुम पाओगे, बेहतर है, मिलो उतना जितना वह तुमसे मिलने आएंगे।। वरना तुम टूट कर रह जाओगे और दूसरे हंसी खुशी जिंदगी बिताएंगे और तुम आंसू बहाते रह जाओगे।। मिलो उतना जितना वह तुमसे मिलने आएंगे।।