क्यों करती हो तुम ऐसा मेरे साथ एक बार ,दो बार , हर बार , बार बार क्यों मुझे मेरी हि नज़रो में गिरा जाती हो हर बार जिससे मोह्बत करती हो करो मैं कहा रोक रहा हूं क्यों फिर अपनी नजरो में दिखा जाती हो मेरे लिये प्यार बेशुमार, एक बार ,दो बार ,हर बार मैंने तो जिन्दगी जी हि कहा है उठा लेता हूं बस अपना समझ के हर किसी का बोझ एक बार ,दो बार ,100 बार, हज़ार बार, हर बार आओ और फिर से मुझे अपने दर्द दे दो फिर एक बार , हर बार , बार बार अहसान होगा तुम्हारा मुझ पर इस बार #इस बार#इस पार या उस पार