इश्क़ को खेल समझोगे तो खिलाड़ी मिलेंगे दिल को देने बाजार में जाओगे तो अनाड़ी मिलेंगे हवा के झोंके के छू जाने से पिघल मत जाना कोई तूफान छूकर तुम्हे नसीम बन जाये उस तूफान खिलाड़ी को अपना नसीब समझना kunwarsurendra इश्क़ को खेल समझोगे तो खिलाड़ी मिलेंगे दिल को देने बाजार में जाओगे तो अनाड़ी मिलेंगे हवा के झोंके के छू जाने से पिघल मत जाना कोई तूफान छूकर तुम्हे नसीम बन जाये