कितना विचित्र है चलचित्र इस जीवन का अन्जान राह पर है चलता इंसानों का ये मेला ढूंढता फिरता है हर कोई वो खुशियों का थैला बेहतर कल के चक्कर मे हो जाता है राही अकेला #विचित्र #मेला #राही #yqbaba #yqdidi #raaste