उसे क्यों लगता कि अब मैं उसे प्यार नही करता क्या इसलिए कि अब मैं तकरार नही करता या बार बार इज़हार नही करता उसे लगता कि मुझे मन में शंका है सो दूर कर दिया या ऊब गया जो सब कुछ दूर कर दिया अरे नही री पगली तू तो मेरा प्यार है इकरार इजहार दिल की मनुहार है तेरे आगे तो दुनियां बेकार है तू तो मेरे दिल की सरकार है मेरे गीतों में मधुरता बढ़ाता सुर है तू मेरे दिल को सुकून मिले वो नूर है तू तेरी मांग में मैंने जो भरा वो सिन्दूर है तू दिल के सदा करीब है बस नजरो से दूर है तू पगली दूर ना तुझे कभी कर पाऊंगा तेरे बिन तो मैं मर जाऊंगा टूटे फूटे शब्दो में पिरोये है प्यार के मोती उन्हें तुझे थप्पड़ मार के समझा देता करीब जो होती Miss u pagli #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam उसे क्यों लगता कि अब मैं उसे प्यार नही करता क्या इसलिए कि अब मैं तकरार नही करता या बार बार इज़हार नही करता उसे लगता कि मुझे मन में शंका है सो दूर कर दिया या ऊब गया जो सब कुछ दूर कर दिया अरे नही री पगली तू तो मेरा प्यार है इकरार इजहार दिल की मनुहार है तेरे आगे तो दुनियां बेकार है