इश्क में ना सीधा सीधा कहना ना साफ साफ सुनना इधर उधर की बातों में कुछ कह भी देना कुछ छुपा भी लेना कुछ कहने को कुछ सुनने को हमेशा लंबा रास्ता लेना आखों से कहना आंखों से सुनना जैसे तैसे संभलना भी जैसे तैसे गिरना भी जीते जीते मरना भी मरते मरते जीना भी इश्क में घूट घूट जहर पीना भी इश्क में बूंद बूंद अमृत पीना भी ©मिहिर #इश्क में