मेरी ही कोई शिकायत सुनाने आओ हसाने ना सही तो रुलाने आओ तुम्हारे ही दिए जख्म है,जो लोग सुन रहे तुम भी तो कभी मरहम लगाने आओ वही जो तुमने किया है इश्क में पहले दिल लगाने आओ,फिर दिल दुखाने आओ लाश बना दिया एक शख्स को तुमने एक बार और इस लाश को जलाने आओ महफिल में बेवफाई के किस्से चल रहे तुम भी अपनी सूरत दिखाने आओ ©Neophyte सूरत!