मैं दुआ पढूं तो तेरा ज़िक्र हो।
मेरे इश्क़ में भी तेरी फिक्र हो।
मैं तुम्हें याद करूं तो आंह भरूं।
गर तुमसे मिलूं तो भांह भरूं।
तेरी उंगलियों में मेरी उंगलियां हो।
तेरे गालों पर, बस मेरी झलकियां हो।
तेरी नज़र झुके, तो मैं चूम लूं।
नज़र मिले, तो बस झूम लूं। #together#शायरी