अनुभव क़े महीने छिद्रों से तुम जीवन टटोल रहे हो शायद यही है वो बुनियादी भूल जो तुम कर रहे हो परलोक क़े लिए इतना उपद्रव शायद ठीक नहीं पुण्य कमाने क़े लिए ये धरती असीम है ©Parasram Arora #परलोक और अनुभव क़े छिद्र