क्या है दोनों की अभिलाषा? अवलम्ब बनेगा कोई किसका! किसके मत्थे चढ़े निराशा। स्वप्न सफ़ल अवदान करेंगे ! अवधान रहेगा या छुआ सा। पावस की धरती सर उफने ! पायस मिले वदन खिलता सा। प्रेम करे जो वरण कृष्ण सम ! वारण करने हृदय हताशा। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_95 👉 खग जाने खग ही की भाषा ! क्या है दोनों की अभिलाषा? अवलम्ब बनेगा कोई किसका! किसके मत्थे चढ़े निराशा। स्वप्न सफ़ल अवदान करेंगे !