Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर रुप पाया तुममें,पिता पति पुत्र सखा भ्रात तात..


हर रुप पाया तुममें,पिता पति पुत्र सखा भ्रात तात...तुम,             
     और जिस शुन्य में मैं तुममें एकाकार होती हूं, वह निर्वात तुम,           
                                           कि मेरे लिए प्रेम अर्थात तुम.........
                                                  केवल तुम............

                   @पुष्पवृतियां










.









.





.

©Pushpvritiya 
  प्रेम अर्थात तुम केवल तुम
pushpad8829

Pushpvritiya

Silver Star
New Creator

प्रेम अर्थात तुम केवल तुम #कविता

2,428 Views