ज़रा एडजस्ट कर लेते यही किया है मैंनेअब तक तुम भी थोड़ा कर लेते तो जीवन खुशियों से भर जाता.... कभी किचन में हाथ बंटाते कभी प्यार से कपड़े धुलवाते मुझको भी थोड़ी राहत मिलती तुम भी एडजस्ट कर लेते तो..... कभी बाज़ार से सब्जी ला दो कभी बच्चों को जाकर स्कूल से मुझको भी थोड़ा टाइम मिलता तुम भी एडजस्ट कर लेते तो....... कभी दबा दो सर मेरा भी कभी सुला दो तुम बच्चों को भी मैं भी थोड़ी पिक्चर सिक्चर देखती तुम भी एडजस्ट कर लेते तो........ ज़रा एडजस्ट कर लेते.....