इंतजार जमाना बीत गया तुम्हारे इंतजार में, मगर तुम ना आए, परियों की कहानियों में, कहानियों की किताबों में, रातों के सपनों में, थिएटर की फिल्मों में, टीवी के सीरियल में, सहेलियों की बातों में, हर जगह तुम थे, मगर नहीं थे तुम हकीकत में, चेहरा लगा के तुम्हारे लोगो ने, दिए कितने धोखे जिंदगी में, रोया दिल कितनी तेरी यादों में, मगर तुम ना आए इस जिंदगी में, हर खुशी हर गम में, हर जीत हर हार में, सुबह दोपहर साम में, उम्मीद जागी जिंदगी की हर आहट में, टूटे सपने तेरे चाहत में, है यही मर्जी तुम्हारी, तो ज़िद्दी यहां हम भी, हंस कर सहेंगे हर सितम तुम्हारे, मगर इस खफा की खता तो बता दे। -- लक्ष्मी कौशल #poem #Shayari #intajar #Love #poemoflove