--(1)--
नज़र तेरी नज़र मेरी,जो मिल जाये तो क्या गम है,
नज़र को तू दिखे न तो,जहां सारा भी ये कम है,
है मेरी इल्तेजा इसको,नज़र में तू सदा रखना,
कभी तड़पे नज़र मेरी,नज़र तेरी ही मरहम है..!!
जो मिल जाये नज़राना,मुक्कमल इश्क़ मेरा हो, #KumarVishwas#नजर#समन्दर#मुंतज़िर#udquotes#udshayari#udghazals