मैं झील बनू, या झील का पानी बनू, मैं रूह बनू, या रूह की रवानी बनू, मैं बचपन बनू, या बचपन की नादानी बनू, कह दो तो मैं खुद ही राजा बन जाऊं, या इजाज़त हो तो मैं राजा की रानी बनू। -Neetu Barak