बड़ी बेरहमी से तोड़ कर जो,ये दिल गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसकी सलामती की दुआ मांगी है | मिलों का सफर तय कर , बीच मझदार में जो छोड़ गया , जाने क्यों आज उसकी नैया पार लगाने की दुआ मांगी है , बड़ी बेरहमी से तोड़ कर जो ,ये दिल गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसकी सलामती की दुआ मांगी है| पलकों पर मेरी ख़्वाब सजा कर, सोई ख़्वाहिशों को फिर से जगा कर , सारी उम्मीदें जो तोड़ गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसके ख्वाबों को आसमाँ देने की दुआ मांगी है , बड़ी बेरहमी से तोड़कर जो ,ये दिल गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसकी सलामती की दुआ मांगी है | टूटकर भीतर मेरे , जाने क्या क्या बिखर गया , आंसुओं का सैलाब भी जाने कब सुख गया , हरी भरी बगिया से जाने कब पतझड़ गुजर गया , की सोनम तुझ जैसी पत्थर दिल तो नहीं , फरेबी जान मैंने फिर तेरे खातिर रब से दुआ मांगी है , बड़ी बेरहमी से तोड़कर ,जो दिल गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसकी सलामती की दुआ मांगी है| sonamkuril #salamati#ki#dua#mangi#hai बड़ी बेरहमी से तोड़ कर जो,ये दिल गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसकी सलामती की दुआ मांगी है | मिलों का सफर तय कर , बीच मझदार में जो छोड़ गया , जाने क्यों आज उसकी नैया पार लगाने की दुआ मांगी है , बड़ी बेरहमी से तोड़ कर जो ,ये दिल गया , जाने क्यों आज इस दिल ने उसकी सलामती की दुआ मांगी है| पलकों पर मेरी ख़्वाब सजा कर, सोई ख़्वाहिशों को फिर से जगा कर ,