Nojoto: Largest Storytelling Platform

बहुत कुछ कहने को आतुर , व्यथित अंतर मन , मौन धारण


बहुत कुछ कहने को आतुर ,
व्यथित अंतर मन ,
मौन धारण किए,
बस चुप्पी सी धर जाए अपने आप में ही,
इक छोर उसमे अटका,
 इक छोर मुझमें बाकी है कहीं ,
मै इन दूरियों को मिटाने की कोशिश करती,
 अपने आप में ही,
कुछ अनकही खामोशियों में,
 लिपटी सी मै,
अक्सर खो जाती हूं अपने आप में ही...!

©sabr
  #Women
poonamarya3803

sabr

New Creator