वो कौन है जो मन को मोहता मनमीत नज़र आता है, वो कौन है जो दिल के क़रीब जैसे प्रीत नज़र आता है, वो कौन है जो कर्णप्रिय लगे जैसे संगीत नज़र आता है, वो कौन है जो हर बाज़ी लगे जैसे जीत नज़र आता है, वो कौन है जो कोमल उज्जवल नवनीत नज़र आता है, यादों के झरोखे से देखा तो अपना अतीत नज़र आता है। यादों के झरोखे से वो जो, छन छन करके आती है। वही तेरी यादें मुझको, एक नयी ज़िंदगी दे जाती है।। 👉आइए आज लिखते हैं, कुछ पुरानी यादों को.... कृपया कोलाब करके Done✔️ कीजिए और अपने दोस्तों को भी कोलाब करने के लिए आमंत्रित कीजिए :- #collabwithकाव्यपथिक