हंस कर करो, शख्स से शख्सियत का सफर, अपनों को दिल मे संजोये,हर दर्द-ए-गम को करो सिफर, नादान न बनो, इल्म रखो हर पल का ,रहे हर खबर, रूको ना रास्तों मे कभी,नापो मुस्कुराकर हर कंकड हर कील, आंसमा छूने का हौसला गढ, जो बनना है तुझे पत्थर की मील।। #आवरण #मंजिल #मील ##aavran #yqquotes #travel