किसी की तारीफ़ भी करो तो उसे यकीन नहीं आता... अब अपने सच पर यकीन दिलाने के लिए कसमे खानी पड़ती हैं... किसी की #तारीफ़ भी करो तो उसे #यकीन नहीं आता... अब अपने #सच पर यकीन दिलाने के लिए #कसमे खानी पड़ती हैं।