खप्पर वाली काली जागे, जागे दुर्गा बर्बंडा! रक्त बीज का रक्त चाटने वाली जागे चामुंडा नर मुण्डो की माला वाला जगे कपाली कैलाशी रण की चंडी घर घर नाचे मौत कहे प्यासी प्यासी… ‘रावण का वध स्वयं करूंगा!’ कहने वाला राम जगे और कौरव शेष न बचेगा कहने वाला श्याम जगे! परशुराम का परशा जागे, रघुनन्दन का बाण जगे, यदुनंदन का चक्र जगे, अर्जुन का धनुष महान जगे| चोटी वाला चाणक्य जागे, पौरुष परुष महान जगे, सेल्युकस को कसने वाला चन्द्रगुप्त बलवान जगे|। ।।जय परशुराम।। ©Satyavrat dwivedi #परशुराम #राम #brahman #PrayagRaj #Up #satyavrat #Ram #2022