चलों छोडों जब टूट ही गया इस रिश्ते का धागा जानें भी दो अब जाना इन बातों का अब क्या फायदा यक़ीन मानों यारों उसे पानें को बाँधा था ना जाने कितने दरो पर मन्नत का धागा.....!! - " ध्रुव "....... #मन्नतें...❣️❣️