एक अजीब सा रिश्ता है तुमसे, अंजानेपन का, तुम्हें ना जानते हुए भी तुमसे बात करना सुकून देता है, और कभी हूक नहीं उठती कि तुम्हें और जानने की कोशिश करुँ, कुछ रिश्तों में दूरी ही एक कड़ी होती है जो हमें जोड़े रखती है, जब पहली बार तुमसे कुछ कहा था तो डर सा था कि जाने क्या सोच लोगी तुम, लेकिन जिस खुशदिली से तुमने बात का जवाब दिया, मुझे हमारे सभी फर्क बेमानी से लगे, जिस बारीकी से तुम मेरा लिखा हुआ समझती हो, शायद कई दफा मैं खुद नहीं समझ पाता, और जब तुम लिखती हो तो जैसे समुंदर परत दर परत, लहर दर लहर उफान चढ़ रहा होता है, और साहिल पे पहुँच कर इस तरह मिल जाता है जिसका कोई सानी नहीं है, मैं जानता हूँ कि ये मिलना चंद पलों का होता है लेकिन वो सिहरन कई दिनों तक तुम्हारी याद दिलाती है, तो शायद यह शब्द/लफ्ज़ ही किसी दिन तुमसे मिलवा दें, तुम्हारा अनजाना सा करीबी... #writeup #originalwriting #tej #roadsihavetraveled #youandme #love #soul #heart