उलझी हुई हूँ माना, मुश्किल इतनी भी नहीं मगर, तुम पढ़ न सको जिसे, ऐसी तो इबारत नहीं हूँ मैं... - Anubha"Aashna" गर पढ़ना चाहो तो खुली किताब हूँ मैं.... #love #life #nojotoqoutes #इबारत