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मेरे दुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायद, वक़्त-बेवक्त म

मेरे दुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायद,
वक़्त-बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं,
मेरी गली से गुजरते हैं छुपा के खंजर,
रुबरू होने पर सलाम किया करते हैं।

©Salim Saha
  #मस्केलो से कह दो उद्या ना करे हमसे हमे आरा हालत मे जीना आता है
salimsaha8944

Salim Saha

New Creator

#मस्केलो से कह दो उद्या ना करे हमसे हमे आरा हालत मे जीना आता है #शायरी

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