हाथ थामा है तो फिर साथ निभाना, करके बहाना बीच राह में ना छोड़ जाना, अगर चले भी जाओगे तो सह लेंगे हम, मगर फिर लौट कर ना आना तुम्हें मेरी कसम, क्योंकि यूं बार बार का धोखा हम सह नहीं पाएंगे, मरना आसान लगेगा मगर फिर संग तुम्हारे रह नहीं पाएंगे | ©Suresh Gulia #Love Mohit Kumar PR patelwrites K K Sharma Roshni Rajbhar Diaryreena