कुछ पन्ने अधुरे छोड़ दियें हैं लिखते लिखते आखों से अश्क बहनें लगते हैं वोह मोहब्बत मेरी सच्ची थी 👄 लबों पे लफ्ज़ आके रुक जाते हैं 📓 नोट बुक पर अल्फाज लिखते लिखते रुक जाते है उन🗒 कोरे कागज को हमने को कोरे ही छोड़ दिया है उन कागज पर 🌷गुलाब का फूल भी सुख कर उसकी पंखुड़ियां बिखर चुकी है 🗒कोरा कागज़ कोरा ही रह गया है ©Anita Najrubhai #कोरा कागज़ कोरा ही रह गया है