अब आँखों में धुंधली सी ही रह गयी है वो मुस्कुराहटे, ना जाने कहा रहा गयी वो बचपन की सारी बाते, कितने सुकून भरे थे न वो पल और सारी शरारते क्या लौट कर कभी नहीं आएँगी वो सारी यांदे।। ©Methali #जीवन #बचपन #यांदें