White चलने दे आँधियों को, तू खड़ा रह बुलंद, ये वक़्त के थपेड़े ही परखते हैं जज़्बा और दम। जो गिर गया, खो गया गर्द-ए-हयात में, जो डटा रहा, वही बनता है परचम। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर