Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुण्डलिया :- जीवन पथ की नित सुगम , राह दिखाते संत

कुण्डलिया :-
जीवन पथ की नित सुगम , राह दिखाते संत ।
इनकी सेवा से सदा,  खुश होते भगवंत ।।
खुश होते भगवंत , अमंगल कभी न करते ।
जो करते हैं पाप , वही नित इनसे डरते ।।
महके ये घर द्वार , और महके यह उपवन ।
कर लो अच्छे कर्म , यही कहता है जीवन ।।

      महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :-


जीवन पथ की नित सुगम , राह दिखाते संत ।

इनकी सेवा से सदा,  खुश होते भगवंत ।।

खुश होते भगवंत , अमंगल कभी न करते ।
कुण्डलिया :-
जीवन पथ की नित सुगम , राह दिखाते संत ।
इनकी सेवा से सदा,  खुश होते भगवंत ।।
खुश होते भगवंत , अमंगल कभी न करते ।
जो करते हैं पाप , वही नित इनसे डरते ।।
महके ये घर द्वार , और महके यह उपवन ।
कर लो अच्छे कर्म , यही कहता है जीवन ।।

      महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :-


जीवन पथ की नित सुगम , राह दिखाते संत ।

इनकी सेवा से सदा,  खुश होते भगवंत ।।

खुश होते भगवंत , अमंगल कभी न करते ।