✍️आज की डायरी✍️ ✍️कई किरदारों में लिखा करता हूँ✍️ दिल की बातों को मैं अक्सर किताबों में लिखा करता हूँ । जो लफ्ज़ों में उलझे हों उन्हें अल्फाजों में लिखा करता हूं ।। हालात कैसे भी हों उन्हें अपनों के बीच जाहिर नहीं करता । जो भी आते हैं खयालात उन्हें जज़्बातों में लिखा करता हूँ ।। अनसुलझे अफसानों को जब सुलझाने में कठिनाई आए । तनहाई में जब रहता हूँ तो उन्हें सवालों में लिखा करता हूँ ।। ज़िन्दगी के इस सफ़र में कई रोल निभाने पड़ते हैं "नीरज" । ख़ुद पर गुज़रे फ़लसफ़े को कई किरदारों में लिखा करता हूँ ।। ज़िंदगी के जद्दोजहद में बिगड़ी क़िस्मत को बनाने के लिए । मिट गई लकीरों को फ़िर से इन हाथों में लिखा करता हूं ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र #meridiary