उन्होंने एक खबर भिजवाई है कि उन्हें हम भूल जाये हम ही पागल थे जो कबसे बैठे थे उनकी इन्तजार में लगता है किसी और घरौंदो को उजाड़ेंगे क्योकि आज मैंने उन्हें 'खंज़र' खरीदते देखा है 'बाज़ार' में- (हितेश यादव) silence of the sea खुनी खंजर------@