खुद के लड़के के दामन में चाहे हजारों दाग लगे हों, लड़के वालों को लड़की का दामन बेदाग ही चाहिए। अपना सिक्का चाहे कितना भी खोटा ही क्यों ना हो, लड़के वालों को लड़की सर्वगुण संपन्न हीं चाहिए। जमाने में अपनी छाछ को कभी भी कोई खट्टा नहीं कहता है, लेकिन दूसरों पर बिना सोचे समझे उंगली नहीं उठानी चाहिए। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_177 👉 अपनी छाछ को कोई खट्टा नहीं कहता लोकोक्ति का अर्थ --- अपनी चीज़ को कोई बुरा नहीं बताता। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।