Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये साँसों की तन्हाई को , यूँ लफ़्ज़ों से तुम भरते हो

ये साँसों की तन्हाई को ,
यूँ लफ़्ज़ों से तुम भरते हो ।
अक्सर देखा है मैंने तुमको ,
खुद से भी बातें करते हो ।
ये चाँद सितारे ये नीला अम्बर,
हमसे तो कुछ ना कहते हैं ।
फिर क्यों रातों में अपलक ,
तुम इनको देखा करते हो ।
हर शब्द तुम्हारा स्वर्ण कमल है ,
हर छंद तुम्हारा मोती है ।
यूँ शब्दों की बूंदों से तुम ,
ये सागर कैसे भरते हो ।
जब भी सामने आते हो ,
तुम ख्वाबों में ही खोये रहते हो।
लाखों चिंताओं के इस दरिया में भी,
तुम किसी आस सा तरते हो ।
ये सांसों की तन्हाई को ,
यूँ लफ़्ज़ों से तुम भरते हो । लफ्ज़... #Creativity#Nozoto
ये साँसों की तन्हाई को ,
यूँ लफ़्ज़ों से तुम भरते हो ।
अक्सर देखा है मैंने तुमको ,
खुद से भी बातें करते हो ।
ये चाँद सितारे ये नीला अम्बर,
हमसे तो कुछ ना कहते हैं ।
फिर क्यों रातों में अपलक ,
तुम इनको देखा करते हो ।
हर शब्द तुम्हारा स्वर्ण कमल है ,
हर छंद तुम्हारा मोती है ।
यूँ शब्दों की बूंदों से तुम ,
ये सागर कैसे भरते हो ।
जब भी सामने आते हो ,
तुम ख्वाबों में ही खोये रहते हो।
लाखों चिंताओं के इस दरिया में भी,
तुम किसी आस सा तरते हो ।
ये सांसों की तन्हाई को ,
यूँ लफ़्ज़ों से तुम भरते हो । लफ्ज़... #Creativity#Nozoto
anshulsingh4558

Anshul Singh

New Creator