ना बुझेगा लौ तेरे इश्क़ का, मेरे दिलनशीं ज़िन्दग़ी तुम देखो तेरे सीने से उठते धुएं का मेरी ओर प्रवाह अभी बाक़ी है दूर अम्बर से धरती तक देख, सब दिखेगा इन्हीं आँखो में मोह इश्क़ प्यार मुहब्बत सबका अहसास होना अभी बाकी है हमनें माँगी है ख़ुदा से बस तेरे साथ होने की दुआ ऐ ज़िन्दग़ी तेरे संग पूरा जहांन अभी बाक़ी है ख़ुदा तेरे नयनों के अश्कों की सारी बरसात मेरे हिस्से कर दे तेरे इश्क़ में पाये हर खुशी हर अहसास का कर्ज अभी बाकी है ऐ ज़िन्दग़ी थोड़ा सा तो ठहर, रुक जा पल भर के लिए अभी मेरे मेहबूब-ए- ज़िन्दग़ी का दीदार होना अभी बाकी है राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी दिल बेचारा