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एक छोटा सा लम्हा तेरे इक़रार का जिंदगी को इशारा करक

एक छोटा सा लम्हा तेरे इक़रार का
जिंदगी को इशारा करके गुज़र गया

घायल पड़ी थी जो अब तक जिंदगी
हाथ पकड़कर जीना उसे सिखा गया

जो कहते थे लाचार है उसकी जिंदगी
टूटा एक तारा उसे रोशनी दिखा गया

एक उम्मीद फिर से जगी है खुशियों की
चंद सांसे फिर मिली हैं उसको जीने की !!

©Anjali Nigam
  #उम्मीदकीरौशनी .....