एक झूठा , नकाब चेहरे पर लगाये हुए है अपने असली चेहरे को छुपाए हुए है नही- नही चोट नही है , चेहरे पर गुरुर है , अहम है और गुस्सा है जो हमें जताते नही पढे न चेहरा हम उनका इसलिए वो थोड़ा घबराए हुए है एक झूठी मुस्कुराहट बस मुँह पर चिपकाए हुए है खरीदार उसी ओर खींचा जाता है साहब जो कीमती होती है तभी तो वह लोहे के गहनों पर सोने का रंग चढ़ाए हुए है बहुत कुछ सामने होकर भी आँखों से ओझल रहता है। #क्यासमझे #collab #yqdidi