Nojoto: Largest Storytelling Platform

अत्याचार अत्याचार की दुकान बन रहा अपना हिन्दुस्ता

अत्याचार

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान

बेशर्मी को लिया बांध
अपराधों को लिया टांग
दिखा रहे अपनी खुली हुई जांघ
और कर रहे इसको जबरन बदनाम

संकट में है अब लाज
आते नहीं अब भी बाज
कब तक सहेगा ये समाज
बढ़ रहा जुर्म का ये राज

न सुरक्षा का इंतजाम
खुले घूम रहे हैं सांड
वो भी बिलकुल बेलगाम
कैसे होगा समाधान

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान
...........................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit
  #अत्याचार #nojotohindi #nojotohindipoetry 

अत्याचार

अत्याचार की दुकान
बन रहा अपना हिन्दुस्तान
पल रहे कितने बेईमान
कर रहे इसको शमशान
deveshdixit4847

Devesh Dixit

New Creator
streak icon134

#अत्याचार #nojotohindi #nojotohindipoetry अत्याचार अत्याचार की दुकान बन रहा अपना हिन्दुस्तान पल रहे कितने बेईमान कर रहे इसको शमशान #Poetry #arshad

189 Views